देश के लोकप्रिय पर्यटन राज्यों में से एक Uttarakhand द्वारा अब हिमाचल प्रदेश की तरह अन्य राज्यों से आने वाले वाहनों से प्रवेश शुल्क के रूप में ग्रीन सेस वसूल किया जाएगा। आपको बता दें उत्तराखंड सरकार द्वारा यह व्यवस्था तय की गई है और इसके लिए अधिसूचना जारी की जा चुकी है। अब UP, हिमाचल, हरियाणा एवं अन्य राज्यों से उत्तराखंड घूमने आना थोड़ा महंगा पड़ने वाला है। परिवहन सचिव अरविंद सिंह ह्यांकी के मुताबिक ग्रीन सेस व्यवस्था को फास्टैग से जोड़ने पर काम चल रहा है और इसके लिए केंद्र सरकार से बात चल रही है।
इसकी प्रक्रिया पूरी होने के बाद टोल प्लाजा पर फास्टैग से वाहनों के टोल के साथ-साथ ग्रीन सेस भी कट जाएगा। Uttarakhand सरकार ने ग्रीन सेस की अधिसूचना जारी कर दी है और बहुत ही जल्द यह व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। आपको बता दें उत्तराखंड आने वाले बाहरी
तीन पहिया वाहनों पर 20 रुपये, कार और एसयूवी पर 40 रुपये, छोटी बसों और ट्रैवलर पर 60 रुपये एवं बस, ट्रक आदि भारी वाहनों पर 80 रुपये ग्रीन सेस वसूला जाएगा।
Uttarakhand में इस प्रकार वसूला जाएगा ग्रीन सेस
अन्य राज्यों से Uttarakhand में प्रवेश करने वाले वाहनों से लिया जाने वाला ग्रीन सेस पूरे दिन के लिए मान्य होगा। अगर कोई वाहन हर रोज़ भुगतान न करने की बजाय एक साथ भुगतान करना चाहता है, तो इसके लिए तिमाही और सालाना आधार पर भुगतान की व्यवस्था भी की गई है। तीन महीने के लिए ग्रीन सेस का भुगतान करने हेतु जितना उस वाहन का प्रतिदिन का सेस है उसका 20 गुना भुगतान करना होगा।
इन्हे मिलेगी छूट
आपको बता दें अन्य राज्यों से आने वाले दोपहिया वाहनों, अन्य राज्यों के सरकारी वाहनों, केंद्र सरकार के वाहनों, ट्रैक्टर, ट्रेलर, रोड रोलर एवं कंबाइन हार्वेस्टर, शव वाहन, एंबुलेंस, फायर टेंडर और सेना के वाहनों पर ग्रीन सेस नहीं लिया जाएगा। इसके अलावा इलेक्ट्रिक वाहनों, सोलर, हाईब्रिड और CNG से चलने वाले वाहनों पर भी ग्रीन सेस नहीं लगेगा।
