आम जनता को हर दिन बढ़ती महंगाई की मार सहनी पड़ रही है और इसी बीच अब खबर आ रही है कि आने वाले दिनों में यह और भी ज्यादा बढ़ सकती है। पिछले कुछ हफ़्तों में आलू, प्याज और टमाटर जैसी सब्जियों की कीमतें काफी ज्यादा बढ़ी हैं, जिससे आम जनता की जेब पर बोझ बढ़ गया है। इसका प्रभाव खाद्य महंगाई दर पर भी देखने को मिल सकता है और यह अपने उच्च स्तर पर बनी रह सकती है।
उपभोक्ता मामलों के विभाग ने हाल ही में जनवरी माह के आंकड़े जारी किए हैं, जिनके मुताबिक आलू की खुदरा कीमतें सालाना आधार पर 33 फीसदी तक बढ़ी हैं और फिलहाल आलू 20 रुपये किलो प्रति किलोग्राम के हिसाब से बिक रहा है। वहीं, बात करें प्याज की तो इसकी कीमतों में 20 फीसदी की बढ़त दर्ज हुई है और यह 30 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है।
अक्टूबर 2023 में प्याज की कीमतें 74 फीसदी तक बढ़ गई थीं, जिसके बाद स्थिति को सँभालने के लिए केंद्र सरकार को प्याज के निर्यात पर रोक लगानी पड़ी। ठीक इसी प्रकार टमाटर की कीमतों में सालाना आधार पर 50 फीसदी तक वृद्धि दर्ज की गई है और खुदरा बाजार में इसका मूल्य 30 रुपये प्रति किलोग्राम है।
आगे और बढ़ने वाली है महंगाई
अगर एक्सपर्ट्स की माने तो अगले कुछ महीनों में प्याज, टमाटर और आलू जैसी सब्जियां और भी महंगी हो सकती हैं। टमाटर का महंगाई दर में 0.6 फीसदी, आलू का 1 फीसदी और प्याज का 0.6 फीसदी का योगदान होता है। ऐसे में अगर इन सब्जियों की कीमतें बढ़ती हैं, तो खाद्य महंगाई में भी वृद्धि देखने को मिल सकता है।
आपको बता दें दिसंबर में खाद्य वस्तुओं की कीमतें बढ़ने की वजह से पिछले महीने खुदरा मुद्रास्फीति 4 महीनों के उच्च स्तर 5.69 प्रतिशत पर पहुंच गई थी। RBI द्वारा चालू वित्त वर्ष के लिए खुदरा मुद्रास्फीति अनुमान 5.4 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है।
इस साल खाद्य महंगाई
दिसंबर – 9.53 फीसदी
नवंबर – 8.70 फीसदी
अक्तूबर – 6.61 फीसदी
सितंबर – 6.62 फीसदी
अगस्त – 9.94 फीसदी
जुलाई – 11.51 फीसदी