Tata Motors Share: टाटा मोटर्स के शेयरों में आई गिरावट, निवेशकों का भरोसा

Tata Motors Share: दोस्तों शेयर मार्केट में कब किस कंपनी के शेयर के साथ क्या हो जाए यह खुद उस कंपनी को भी नहीं पता होता है शेयर मार्केट में कुछ ऐसे बड़े ट्रेडर होते हैं जो छोटी मोटी कंपनियों के शेयर को मैनिपुलेट कर देते हैं और वह जब चाहे उनके शेयर को बुलीश कर देते हैं और जब चाहे बेरिश कर देते हैं.
लेकिन यह सभी कंपनियों के शेयर पर लागू नहीं होता, ज्यादातर कंपनियों का शेयर प्राइस उनकी सालाना या फीर तिमाही की आर्थिक रिर्पोट पर निर्भर करता है, की कंपनी ने इस आर्थिक साल में या फिर तिमाही में कितना लाभ कमाया और कितनी हानि हुई. यही सब टाटा मोटर्स के शेयरों के साथ हुआ.

दोस्तों गुरुवार को टाटा मोटर्स के शेयरों में 4.6 प्रतिशत की गिरावट आई। वित्त वर्ष 2022-23 की समाप्त दूसरी तिमाही में कंपनी को 898 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज हुआ है, जिसके एक दिन बाद बाजार में टाटा के शेयर धड़ाम से नीचे गिरे.नतीजे बुधवार को बाजार खुलने के बाद सभी के सामने थे.की टाटा के शेयर में 4 प्रतिशत से भी ज्यादा की गिरावट देखी गई.
बीएसई पर टाटा मोटर्स का शेयर 4.68 फीसदी की गिरावट के साथ 412.75 रुपये पर आ गया। एनएसई पर यह 4.69 फीसदी गिरकर 412.85 रुपये पर आ गया। टाटा मोटर्स ने बुधवार को 30 सितंबर, 2022 को समाप्त दूसरी तिमाही में 898 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया। वहीं आपको बता दे की भारत की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी टाटा मोटर्स ने पिछले वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर की अवधि में 4,416 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया था.

जो की इस बार के घाटे से कई ज्यादा था. हालांकि, पुरे वित्तीय वर्ष में कुल आय बढ़कर 80,650 करोड़ रुपए हो गई थी जबकि इससे 1 साल पहले के वित्तीय वर्ष में कंपनी का लाभ 62,246 करोड रुपए था. इस प्रकार देखा जाए तो कंपनी लगातार अपने लाभ को बढ़ाती ही जा रही है जो कि कंपनी के लिए एक अच्छा संकेत है.
Tata Motors Share: निवेशकों ने नहीं किया निवेश
दोस्तों त्योहारी सीजन के बाद सभी निवेशकों को टाटा मोटर्स से उम्मीद थी कि टाटा की आय में जबरदस्त ग्रोथ देखने को मिलेगा. कंपनी ने दूसरी तिमाही के खत्म होने के बाद 80,650 करोड़ रुपये की कुल आय दर्ज की, जो एक साल पहले की अवधि में यह 62,246 करोड़ रुपये थी। इस तरह टाटा को 15,142 करोड़ रुपये की बिक्री में बढ़त भी मिली। लेकिन दूसरी तिमाही में हुए घाटे के बाद टाटा का शेयर निवेशकों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका. जिसका नतीजा यह हुआ कि टाटा के शेरों में शेयरों में 4 प्रतिशत से भी ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है।