Budget 2024 : आपको बता दें लोकसभा चुनाव से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा 1 फरवरी 2024 को अंतरिम बजट पेश किया जाएगा। जानकारी के लिए बता दें यह निर्मला सीतारमण का पहला अंतरिम बजट होगा, जो कुछ महीनों के लिए लाया जाएगा। क्योंकि इस साल लोकसभा चुनाव होने हैं और इसके बाद नई सरकार द्वारा आम बजट पेश किया जाएगा। आज हम चर्चा करेंगे कि इंडस्ट्री को इस अंतरिम बजट से क्या उम्मीदों हैं और कौनसे सेक्टर की क्या डिमांड हैं।
आसोका & MBD की MD मोनिका मल्होत्रा कंधारी ने बताया कि उन्हें ऐसी पहल की उम्मीद है, जो सरकारी सहायता प्राप्त योजनाओं और टैक्स छूट के रूप में चल रही फंडिंग चुनौतियों के बीच एड-टेक प्लेटफॉर्म्स को सहायता प्रदान कर सके। ताकि एड-टेक इको सिस्टम को मज़बूती प्रदान की जा सके। साथ ही उनके मुताबिक देश में छात्रों के लिए इंक्लूसिविटी और अफोर्डेबिलिटी को बढ़ावा देने हेतु सरकार को मेड इन इंडिया शैक्षणिक सेवाओं पर GST में छूट देनी चाहिए।
Budget 2024 : टेक इंफ्रा को बेहतर बनाने की है जरूरत
मोनिका मल्होत्रा कंधारी के अनुसार वर्तमान में हम डिजिटल और हाई-टेक कक्षाओं की तरफ बढ़ रहे हैं और ऐसे में स्कूलों के मौजूदा टेक इंफ्रा को बेहतर बनाने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि इसके लिए शिक्षकों के व्यावसायिक विकास को प्राथमिकता देनी होगी और खासकर उन्हें लेटेस्ट डिजिटल-फर्स्ट टीचिंग पद्धतियों में कुशल बनाना होगा। उन्होंने कहा कि वह देश में बेहतर एकेडमिक स्टैंडर्ड प्राप्त करने के लिए ब्लेंडेड लर्निंग, ऑनलाइन स्कूलिंग के पर्सनालाइजेशन आदि का समर्थन करती हैं।
आपको बता दें जैमिट के फाउंडर आरूल मालवीय के मुताबिक टेक्नोलॉजी की बदौलत पिछले कुछ सालों में एजुकेशन सेक्टर ने काफी तरक्की की है। 2025 तक एड-टेक इंडस्ट्री बढ़कर 4 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच सकती है। छात्रों में 21वीं सदी की स्किल विकसित करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय शिक्षा नीति की शुरुआत हुई और नेशनल एजुकेशन टेक्नोलॉजी फोरम ने तकनीक-सक्षम शिक्षण समाधानों को बढ़ावा दिया।
उन्होंने कहा कि डिजिटल शिक्षा का विकास एवं प्रभाव बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा और अधिक समर्थन और सुधार की ज़रूरत है। Budget 2024 से डिजिटल बुनियादी इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश को बढ़ाने, स्कूल और कॉलेजों में टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल को प्रत्साहन और एडटेक कंपनियों को टैक्स में छूट देने आदि की उम्मीद है।